“संतुलित आहार किसे कहते हैं” के टॉपिक
आजकल की दौड़ भरी जिंदगी में हम अपनी हेल्थ की बारे में भूल ही जाते हैं। और बढती उम्र के साथ होता कुछ ऐसा है कि हमारा शरीर धीरे-धीरे कमजोर होता जाता है।
Table of Contents
अंगों की काम करने की क्षमता क्षीण हो जाती है और फिर हम बीमार, और बीमार, और अधिक बीमार होते जाते हैं। ऐसे में चाहे आयुर्वेद हो या मॉडर्न मेडिकल साइंस सबकी एक ही सलाह है – संतुलित आहार (Balanced Diet)
अच्छा, मतलब संतुलित आहार लेकर हम स्वस्थ रहने की और अपना पहला कदम रख सकते हैं लेकिन ये संतुलित आहार किसे कहते हैं और ये हमें किस तरह से स्वस्थ रखने में मदद करता है?
तो चलिए आज हम संतुलित भोजन के बारे में नन्ही-मुन्ही से लेकर विशालकाय तक सभी प्रकार की जानकारी को आसान शब्दों में पढ़ते हैं।
संतुलित आहार किसे कहते हैं?
परिभाषा:- जैसा कि नाम से पता चलता है कि ऐसा आहार, ऐसा भोजन जो कि संतुलित हो। संतुलित आहार (Balanced Diet) उस भोजन को कहते हैं जिसमें हमारे शरीर के सफल एवं सुचारू संचालन के लिए आवश्यक सभी आधारभूत पोषक पदार्थ (Nutrients) एक निश्चित अनुपात एवं मात्रा में शामिल होते हैं।
चिया ( Chia ) बीज क्या है ? चिया बीज खाने के फायदे , उपयोग और नुक्सान
आयुर्वेद में संतुलित आहार
आयुर्वेद के अनुसार, हमारे शरीर में मुख्य तीन तत्त्व या प्रकृति होती हैं – वात, पित्त व कफ़। इन तीनों घटकों का संतुलन ही इंसान को स्वस्थ रखता है।
अन्यथा संतुलन बिगड़ने के स्थिति में इंसान बीमार हो जाता है। इसलिए आयुर्वेद में सुपाच्य और पोषक तत्वों से भरपूर भोजन करने की बात कही गयी है।
आयुर्वेद के अनुसार हमारे भोजन में षडरस यानि 6 रस (स्वाद) होने चाहिए इनमें मधुर ( मीठा), अम्ल ( खट्टा), लवण (नमकीन), कटु (तीखा), तिक्त (कड़वा, नीम जैसा), कषाय (कसैला) शामिल हैं।
इंसान के शरीर की प्रकृति के अनुसार भोजन में रसों को शामिल करें। वात के लिए मधुर, अमल, लवण, पित्त के लिए मधुर, तिक्त, कषाय तथा कफ़ के लिए कटु, तिक्त, कषाय रस उपयुक्त बताये गये हैं।
रस | किन दोषों को बढ़ाता है | किन दोषों को घटाता है |
मधुर | कफ | वात, पित्त |
अम्ल | पित्त, कफ | वात |
लवण | कफ, पित्त | वात |
कटु | पित्त, वात | कफ |
तिक्त | वात | पित्त, कफ |
कषाय | वात | पित्त, कफ |
मॉडर्न मेडिकल साइंस में संतुलित आहार
आधुनिक चिकित्सा विज्ञान के अनुसार हमारे भोजन में कुछ महत्त्वपूर्ण पोषक तत्त्व शामिल होने चाहिए जिनमें निम्न मुख्य हैं –
- प्रोटीन
- कार्बोहाइड्रेट
- वसा
- विटामिन (विभिन्न प्रकार के विटामिन जैसे विटामिन A, विटामिन B, विटामिन C, विटामिन D, विटामिन E, विटामिन B, आदि)
- खनिज लवण (कैल्सियम, सोडियम क्लोराइड, आयरन, मैग्नीशियम और पोटैशियम
- रेशे/फाइबर व जल।
आधुनिक चिकित्सा विज्ञान के अनुसार हम उतनी ही उर्जा भोजन के माध्यम से ग्रहण करें जितनी उर्जा हमारे लिए आवश्यक है और जितनी उर्जा की हम खपत करते हैं।
संतुलित आहार के लाभ
संतुलित भोजन करने से हमें कई लाभ मिलते हैं जैसे –
- पोषक तत्वों की पूर्ति
- रोग प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि
- वजन पर नियंत्रण
- उच्च उर्जा स्तर और बेहतर स्टैमिना
- स्वस्थ शरीरांग
- बेहतर नींद