Refurbished Meaning In Hindi: क्या आपको पता है कि Refurbished की मीनिंग क्या होती है और क्या Refurbished Product लेने चाहिए या नहीं?

Refurbished Product खरीदने से पहले आप नीचे दी गयी Refurbished प्रोडक्ट के बारे में जानकारी को एक बार जरुर पढ़ें। जिसके बाद आप आसानी से तय कर पाएंगें कि आप के लिए रीफर्बीश्ड प्रोडक्ट सही हैं या नहीं?

Refurbished Meaning In Hindi

Refurbished Meaning In Hindi: Refurbished शब्द ‘Refurbish’ Verb की Third Form है। Refurbish का मतलब होता है – नया करना अथवा नवीनीकरण करना या नये जैसा करना। तो इस तरह Refurbished का मतलब हुआ नया या नए जैसा किया हुआ।

Refurbished Meaning In Hindi
Refurbished Meaning In Hindi

Refurbished Product: Refurbished Product उन प्रोडक्ट को कहते हैं जिन्हें किसी व्यक्ति के द्वारा ख़रीदा गया हो लेकिन किसी Fault अर्थात उसमें कोई बड़ी खामी के कारण वापिस भेज दिया जाए तो उन्हें Refurbished Product की श्रेणी में रखा जाता है।

अगर आप कोई प्रोडक्ट खरीदते हैं और उसे किसी खामी के कारण Return Policy की समय सीमा में वापिस भेज देते हैं तो उस Specific उत्पाद की कमी को दूर करके उसे बतौर Refurbished Product सस्ते दाम में बेचा जाता है।

उदहारण:- आपने एक XYZ कंपनी का ABC2 मोबाइल फ़ोन ख़रीदा। आपने उसे 5-7 दिन इस्तेमाल भी किया लेकिन अब उसकी Screen में समस्या आ गयी। तो आप उस फ़ोन को Return Policy में बताये गये दिनों के भीतर कंपनी को वापिस भेज देते हैं तो कंपनी उस खामी को दूर करके उस फ़ोन को Refurbished Phone के तौर पर उसकी Actual कीमत में कटौती कर उसे सस्ते दाम में बेच देती है।

इससे कंपनी का भी थोड़ा मुनाफा हो जाता है और किसी खरीददार को उसके बजट में एक प्रोडक्ट मिल जाता है। खैरियत की बात है कि कंपनी सभी तरीके से अच्छी तरह टेस्ट करने के बाद ही उसे बेचते हैं।

इन टेस्ट के अन्दर बैटरी, वाईफाई, नेटवर्क सिग्नल, स्पीकर व स्क्रीन का टेस्ट तथा इसके अलावा कई टेस्ट शामिल होते हैं।

Product को Refurbish करने के कारण

  • पसंद ना आने पर वापिस लौटाए जाने पर – अगर कोई व्यक्ति कोई प्रोडक्ट खरीदता है लेकिन थोड़े इस्तेमाल के बाद उसे यह पसंद नहीं आता है और कंपनी को निर्धारित समय अवधि में वापिस कर देता है। तो कंपनी उस प्रोडक्ट को Refurbished Product के रूप में बेचती है क्योंकि यह इस्तेमाल किया हुआ उत्पाद होता है।
  • कमी के कारण वापिस लौटाए जाने पर – जब प्रोडक्ट में कोई कोई खामी के कारण उसे कंपनी को वापिस किया जाता है तो कंपनी उसकी सभी खामियों को दूर कर उसे Refurbished श्रेणी में सस्ते दाम में बेचती है।
  • स्टोर्स में लगे डिस्प्ले मॉडल लौटाए जाने पर – कई स्टोर में लगे Display Model की जरूरत ख़तम होने पर इसे वापिस कंपनी को भेज दिया जाता है। जहां उसे Refurbish करके सस्ते में बेच दिया जाता है।
  • एक्सचेंज में मिलने पर – कई कंपनी के Exchange Offer के दौरान आप अपने पुराने Product को नए प्रोडक्ट के बदले में अदला-बदली करते हैं तो कई कंपनी आपके पुराने प्रोडक्ट को Refurbish करके बेचते हैं।

Refurbished Products की Grades

ग्रेडिंग के हिसाब से रिफर्बीश्ड प्रोडक्ट को निम्न ग्रेड में बांटा जाता है। लगभग कंपनिया A से C ग्रेड तक के प्रोडक्ट ही बेचती हैं। हमारे सुझावानुसार ग्रेडिंग देखकर ही Refurbished सामान लेना चाहिए।

Grade-A (Refurbished Superb)
ये उत्पाद लगभग नए प्रोडक्ट की तरह ही होते हैं। थोड़े इस्तेमाल और ना के बराबर स्क्रैच के साथ लगभग 30 दिनों के भीतर लौटाए गये होते हैं।

Grade-B (Refurbished Very Good)
ये सामान थोड़े इस्तेमाल के साथ कुछ खरोंच वाले होते हैं। ये लगभग नए उत्पाद के बराबर के ही होते हैं।

Grade-C (Refurbished Good)
इन सामान पर आपको कई खरोंच देखने को मिल सकती हैं जिससे पता चलता है कि इनका उपयोग किया हुआ है। इसके अलावा और कुछ दोष भी हो सकता है।

Grade-D (Refurbished Okay)
ये सामान काफी इस्तेमाल किये हुए और आसानी से दिखाई देने वाली खरोंचों से युक्त होते हैं। ये सेकंड हैंड प्रोडक्ट की तरह ही दिखते हैं। लगभग कंपनी D ग्रेड के सामान को नहीं बेचती हैं।

Refurbished Product खरीदने के फायदे

  • गारंटी: यदि आप Refurbished Product किसी बढ़िया व बड़े रिटेलर या ऑनलाइन मार्केट से खरीदते हैं तो आपको लगभग 6 महीनों से लेकर 1 साल तक की गारंटी मिल जाती है।
  • कम कीमत: ये आपको नए सामान की तुलना में कम कीमत में मिल जाते हैं जिससे आपके पैसों की बचत होती है और आपके Budget में आपको सामान मिल जाता है।
  • पर्यावरण संरक्षण: इन प्रोडक्ट को खरीदकर आप वातावरण को हानि से बचाने का प्रयास कर रहे हैं चूंकि आप Recycled Products खरीद रहे हैं जो वातावरण के अनुकूल हैं। क्योंकि खामी वाले कुछ उत्पादों को फेंक दिए जाने पर प्रदूषण फैलता है।
  • टेस्ट: जब ग्राहक द्वारा कमी वाले प्रोडक्ट को वापिस लौटा दिया जाता है तो कंपनी उसका बार-बार टेस्ट करके उसकी जो खामियां होती हैं उन्हें ठीक कर देती है।
  • Extra सामान: आपको Refurbished Phones जैसे कुछ उत्पादों के साथ चार्जिंग केबल व एडाप्टर भी मिल जाते हैं तो ये आपको अलग से खरीदने की जरुरत नहीं पड़ती है।
  • इंटरनल रिपेयर: जब इन प्रोडक्ट्स को Refurbish किया जाता है तो इनके इंटरनल पार्ट्स को उतना सटीकता से नहीं रखा जाता जितना नए प्रोडक्ट में होता है। ताकि इनके फिर से इंटरनल रिपेयर के समय ज्यादा परेशानी न हो।

Refurbished Product खरीदने के नुकसान

  • पैकेजिंग: आपको ये प्रोडक्ट वास्तविक पैकिंग में नही मिलेंगे बल्कि ये आपको सादे बॉक्स या Refurbished सामान बेचने वाली कंपनी की ब्रांडेड पैकेजिंग में आते हैं।
  • एक्स्ट्रा सामान: ये बात निश्चित नहीं है कि आपको हैडफ़ोन, चार्जिंग केबल व एडाप्टर जैसा सामान भी Refurbished Phones के साथ मिले जो कि नए फ़ोन के साथ मिलते हैं। अगर मिले तो भी वो प्रोडक्ट निर्माता कंपनी द्वारा बनाया गया ओरिजिनल मिले ये जरूरी नहीं।
  • गारंटी: अक्सर इन पर दी जाने वाली गारंटी की समय सीमा भी बहुत ही कम होती है जो कि एक प्रकार का नुकसान ही है। लगभग मामलों में आपको 3 से 6 महीने की गारंटी दी जाती है।
  • समस्या: Refurbished Product खरीदने पर यह डर भी रहता है कि कहीं जो इस प्रोडक्ट में Issue रिपेयर करके सही किया गया था वो वापिस न आ जाए।
  • नया vs रिफर्बीश्ड: Refurbished सामान खरीदने से पहले सौ बार सोच लें कि आपको नया प्रोडक्ट चाहिए या फिर Refurbished. क्योंकि अगर आपको नया ही उत्पाद चाहिए होगा तो आप Refurbished को न ख़रीदे तो बेहतर होगा।

Refurbished Product खरीदते वक़्त ध्यान रखें 

  • अगर Refurbished सामान नए सामान की तुलना में ज्यादा ही सस्ता मिल रहा है तो आप इसे ले सकते हैं लेकिन 2000-3000 सस्ते के चक्कर में Refurbished न लें।
  • अगर आप Refurbished सामान खरीदना ही चाहते हैं तो Amazon या Flipkart जैसी प्रतिष्टित साईट से ही खरीदें न कि किसी कम Reputation वाली XYZ वेबसाइट से।
  • अगर आप किसी ऑफलाइन विक्रेता से खरीदते हैं तो इसके साथ –
    • इसका पक्का बिल जरुर लेवें ताकि इसको वापिस लौटाने या रिपेयर करवाने में आसानी हो।
    • इसके अलावा आप उससे ओरिजिनल एक्सेसरीज मांग सकते हैं। साथ में क्या-क्या है और क्या नहीं ये सब चेक कर लेना चाहिए।
  • जब आप खरीददारी करें तो इनकी ओवरऑल परफॉरमेंस चेक कर लेनी चाहिए कि कहीं इसमे कोई Issue अभी भी मौजूद तो नहीं है।
  • Refurbished Product बहुत ज्यादा पुराना न हो।
  • खरीददारी के समय उसकी गारंटी की सीमा भी चेक करें तथा रिटर्न पॉलिसी और नियम व शर्तों पर भी ध्यान दें ताकि अगर प्रोडक्ट पसंद ना आये तो आप इसे निर्धारित समय सीमा में वापिस कर सकें।
  • सभी Refurbished Phones फैक्ट्री रिसेट किये हुए होते हैं लेकिन अगर किसी फ़ोन में फैक्ट्री रिसेट किया हुए नहीं मिलता है तो आप उस फ़ोन को न खरीदें क्योंकि ये इस बात का प्रमाण है कि वो पूरी तरह से Refurbished नहीं है।इसके अलावा फ़ोन के IMEI नंबर को भी चेक करना चाहिए।  
  • Refurbished फ़ोन ख़रीदे तो देख लें कि क्या यह आपके सेलुलर नेटवर्क के साथ Compatible है? अगर आप 4G/5G Sim का इस्तेमाल करते हैं तो आप जिस फ़ोन को खरीद रहें है उसमें 4G/5G सपोर्ट होना चाहिए।
  • Refurbished फ़ोन या लैपटॉप में कोई Third Party Apps इनस्टॉल न हों। ऐसा होने पर उन एप्प को Uninstall कर दें।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न – FAQs

क्या हमें Refurbished Product लेने चाहिए या नहीं ?

अगर आपका बजट नए प्रोडक्ट खरीदने जितना है तो आप जरुर नया प्रोडक्ट ही खरीदें। नहीं तो Refurbished प्रोडक्ट के साथ जा सकते हैं। लेकिन सिर्फ 2-3 हजार रूपये के लिए Refurbished प्रोडक्ट न खरीदें।

क्या हमें Refurbished Product के साथ गारंटी मिलती है ?

अगर आप सर्टिफाइड सेलर से Refurbished सामान खरीदते हैं तो आपको 3 से 6 महीनों की गारंटी आसानी से मिल सकती है।

हमें Refurbished सामान कहां से खरीदना चाहिए ?

रिफर्बीश्ड सामान खरीदने के लिए आप Amazon और Flipkart जैसी प्रतिष्टित ई-कॉमर्स कंपनी को चुनें। जिन कंपनी या सेलर की मार्किट में Reputation कम है उनसे सामान न खरीदें।

क्या Refurbished प्रोडक्ट्स जल्दी ही वापिस खराब हो जाते हैं ?

नहीं, ये अक्सर नए जैसे ही प्रोडक्ट होते हैं। इनके खराब होने की संभावना बहुत ही Rare या बहुत ही कम होती है।

हमारी राय

Refurbished Product खरीदने के संबंध में हमारी सलाह है कि अगर आपका नया प्रोडक्ट खरीदने का बजट है तो आप अवश्य नया प्रोडक्ट ही खरीदें। लेकिन अगर आपका बजट नहीं है तो आप Refurbished सामान खरीद सकते हैं।

Refurbished Product लेना सही है या नहीं ?

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