Table of Contents
- WWW Full Form In Hindi
- WWW क्या है – What Is World Wide Web In Hindi
- World Wide Web कैसे बना है ? – Technologies In WWW
- WWW कैसे काम करता है ? – How WWW Works In Hindi
- WWW का इतिहास – History Of WWW In Hindi
- वर्ल्ड वाइड वेब की विशेषताएं – Features Of World Wide Web In Hindi
- वर्ल्ड वाइड वेब के फायदे और नुकसान – Advantages & Disadvantages Of WWW In Hindi
- वर्ल्ड वाइड वेब के उपयोग – Uses Of World Wide Web In Hindi
- वर्ल्ड वाइड वेब के प्रकार – Types Of World Wide Web In Hindi
- Internet Vs World Wide Web – दोनों में क्या है अंतर ?
- अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न – FAQs
- निष्कर्ष
WWW क्या है (What is WWW In Hindi) आज के इस लेख में हम WWW के बारे में बात करने वाले हैं।
यदि आप इंटरनेट में रूचि रखने वालों में से एक हैं तो आपके मन जरुर ये सवाल आया होगा कि ये WWW क्या होता है ?
किसी से सुना भी होगा या अपने खुद ये देखा होगा कि अरे ! वो फलानी Website कौनसी है ? हाँ – www.फलाना-ढीमकाना.com
तो अक्सर आपको वेबसाइट के URL में मिलने वाला ये WWW अपने आप में एक गुत्थी है जिसमें आज आप इसके इतिहास से लेकर ये क्या है और भी कई जानकारी से अपना ज्ञान बढ़ाने वाले हैं।
तो अपनी दिमाग की पेटियां बाँध लीजिये, चलिए WWW की सैर पर !
WWW Full Form In Hindi
डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यू की फुल फॉर्म English में World Wide Web हिंदी में विश्व व्यापी वेब/जाल होती है। इसे सामान्यत: ‘वेब’ ही कहा जाता है।
WWW का विस्तारित रूप तो देख लिया अब आइये WWW में और गहरी डुबकी लगायी जाये।
WWW क्या है – What Is World Wide Web In Hindi
WWW या W3 या वेब एक सिस्टम है जिसमें Hypertext Document यानि HTML Page और उससे जुड़े अन्य Web Resources (जैसे – Text, Images, Audios, Videos, Documents) को इंटरनेट के जरिये यूजर के ब्राउज़र में दिखाया जाता है।
इन Document और Resources तक Uniform Resource Locators (URLs) यानि वेब एड्रेस के जरिये पहुंचा जाता है।
जैसे – https://hindrise.com युआरएल से आप HindRise को एक्सेस कर सकते हैं और https://hindrise.com/favicon.png युआरएल से आप HindRise से जुडी एक Image तक पहुँच सकते हैं।
वेब के ये Resources Web Servers (जहाँ ये सब स्त्रोत संग्रहित होते हैं) से HTTP (Hypertext Transfer Protocol) के द्वारा यूजर के Web Browser तक Transfer किये जाते हैं।
वेब एक ऑनलाइन दुनिया की ऐसी किताब हैं जिसमें एक असली किताब के पन्नों की तरह ही वेब पृष्ठ होते हैं और जैसे हम छूकर किताब के पृष्ठ बदलते हैं।
वैसे ही हम वेब में URL लिंक के जरिये हम एक से दुसरे Web Page तक पहुँचते हैं।
आसान भाषा में – World Wide Web वेब पृष्ठों का एक संग्रह है जो वेब सर्वर में स्टोर रहता है। ये Web Pages HTML Format में होते हैं जो HyperLinks/HyperText यानि Links से जुड़े होते हैं।
जिन्हें Specific वेब पेज के ऑनलाइन एड्रेस यानि URL (HTTP) के जरिये ब्राउज़र में Access किया जाता है। यानि वेब वेबसाइट की तरह है जिसमें कई वेब पृष्ठ होते हैं।
World Wide Web कैसे बना है ? – Technologies In WWW
वर्ल्ड वाइड वेब निम्न तीन तकनीकों के इस्तेमाल से काम करता है या बना है –
- URL क्या है :- Uniform Resource Locator एक वेब पेज Document को ब्राउज़र में खोलने का Address होता है। URL ही सब Resources को Unique Address देकर उन्हें अलग बनाता है।
- HTTP :- Hyper Text Transfer Protocol कंप्यूटर को एक साथ जोड़ता है यानि यूजर और वेब सर्वर के बीच एक Communication का जरिया बनता है।
- HTML :- Hyper Text Markup Language के जरिये Hypertext लिंक वाले वेब पेज को बनाया जाता है।
WWW कैसे काम करता है ? – How WWW Works In Hindi
अब बात आती है कि आखिर WWW प्रणाली काम कैसे करती है ? ध्यान रखने लायक बात ये है कि इंटरनेट और WWW दोनों भिन्न हैं तो इनके काम की तुलना नहीं की जा सकती है।
WWW का सहयोग Web Server, Web Page, HTML, Hypertext Links, HTTP, URLs और Client Web Browser करते हैं।
इन सभी को श्रृंखलाबद्ध करते हुए हम जानते हैं कि WWW के काम करने का तरीका क्या है।
➤Website & Web Pages – जैसा कि हमने जाना कि वर्ल्ड वाइड वेब में वेब पेज के रूप में संग्रहित होते हैं। जो आपस में जुड़े होते हैं। इनको ही आप अपने ब्राउज़र में देखते हैं।
➤Hypertext Links – Web Pages Hypertext Links के जरिये आपस में जुड़े Connected होते हैं। जिन पर क्लिक करके हम एक वेब पेज से दुसरे वेब पेज पर जा सकते हैं।
➤ HTML – वेब पृष्ठों का निर्माण HTML Markup Language से होता है। Hyperlinks भी HTML में जोड़ी जाती हैं। उसके बाद की CSS Styling और Javascript Programming Language का Use पेज क्रिएटर पर निर्भर है।
➤ Web Server – Web Pages और उससे जुड़े Resources को Web Servers पर Store किया जाता है। बड़ी वेबसाइट जैसे Google, Facebook के कई सर्वर होते हैं जो अलग अलग देशों में स्थापित होते हैं।
➤ HTTP – HyperText Transfer Protocol वेब सर्वर और वेब ब्राउज़र के मध्य Communication स्थापित करता है जब यूजर वेब ब्राउज़र के जरिये वेब पेज के लिए वेब सर्वर को रिक्वेस्ट भेजता है।
➤ Client Web Browser – ये एक Software Application होते हैं जो Web Pages को आपको Show करते हैं। आप इस वेब पेज को अभी Browser से ही देख रहे हैं।
➤ URLs – वेब पेज के पते यानि URL लिंक के जरिये आप वेब सर्वर को बताते हैं कि आपको कौनसे Document को Access करना है। सब पृष्ठों का वेब एड्रेस अलग-अलग होता है।
संक्षिप्त – आप HTML से बने और Hypertext Links शामिल वाले वेब सर्वर में स्टोर Web Pages के लिए वेब ब्राउज़र में URL से HTTP के जरिये वेब सर्वर को रिक्वेस्ट भेजते हैं और वेब सर्वर वेब में से उस Specific वेब पेज को HTTP Connection के जरिये आपके वेब ब्राउज़र पर भेजता है।
WWW का इतिहास – History Of WWW In Hindi
अब बात आती है कि वर्ल्ड वाइड वेब का जन्म कैसे हुआ ? वर्ल्ड वाइड वेब के जनक कौन हैं ?
टिम बरनर्स ली (Tim Berners Lee) ने 1989-90 में अपने साथियों के साथ मिलकर WWW का प्रस्ताव स्वीकृत करवाया और CERN प्रयोगशाला में परिक्षण कर WorldWideWeb (Hypertext Project) का निर्माण किया।
इन सभी WWW से जुड़े परीक्षणों की अगुवाई और ऐसा नवाचार लाने के सुझाव के कारण उन्हें ही वर्ल्ड वाइड वेब का जनक कहा जाता है।
वेब का इतिहास जानना इतना काफी है बहरहाल आज का मुख्य मुद्दा इसका इतिहास नहीं है। 😃
वर्ल्ड वाइड वेब की विशेषताएं – Features Of World Wide Web In Hindi
WWW – वेब की विशेषताओं में हम निम्न बिंदुओं को शुमार कर सकते हैं –
- Hypertext Links प्रणाली के जरिये एक वेब पेज से जुड़े अन्य पेज को HyperLinks के जरिये उस पेज पर जोड़ा जा सकता है।
- Cross Platform Support के WWW किसी एक सॉफ्टवेयर या ऑपरेटिंग सिस्टम तक सीमित नहीं है।
- Open Standard & Open Source के कारण ये सभी के लिए Debugging, Monitoring और Updation के लिए Available है।
- Web Browser कई सर्विस के लिए Single Interface प्रदान करता है।
- Dynamic, Interactive, Evolving,
- Rich User Experience,
- Data Collective Intelligence,
- Distributed & Graphics Interface आदि।
वर्ल्ड वाइड वेब के फायदे और नुकसान – Advantages & Disadvantages Of WWW In Hindi
जैसे कि हर सिक्के के दो पहलू होते हैं वैसे ही वर्ल्ड वाइड वेब के भी फायदों के साथ साथ नुकसान भी हैं। फायदे और नुकसान इस प्रकार हैं –
[WWW] वर्ल्ड वाइड वेब के फायदे –
- यह इंटरनेट के साथ दुनिया भर में कहीं से भी एक्सेस किया जा सकता है।
- आप किसी अन्य की जानकारी को देख सकते हैं और अपनी जानकारी को भी दुनिया तक पहुंचा सकते हैं
- घर बैठे दुनिया के किसी भी कोने के किसी भी व्यक्ति से Chats या Emails आदि के जरिये जुड़ सकते हैं।
- अपने व्यापार के लिए आप वेबसाइट बना सकते हैं व और भी कई तरीकों से अपने व्यापार को व्यापक बना सकते हैं।
- अपने घर में विराजमान रहकर ही आप ऑनलाइन सामान मँगवा सकते हैं।
- नए अवसर मिलने से लोगों में रोजगार भी बढेगा।
- ऑनलाइन लेन-देन व भुगतान की सुविधा का अपार विस्तार हुआ है।
- परस्पर जुड़ाव, व्यापक व्यापार, सुलभ जानकारी ही नहीं ऐसे अनेकों फायदें हैं।
[WWW] वर्ल्ड वाइड वेब के नुकसान –
- पहले से उपलब्ध जानकारी पर किसी तरह का नियंत्रण नहीं होता है।
- वेब पर हर प्रकार का कंटेंट होता है जिसमें अनुचित कंटेंट भी हो सकता है।
- डिवाइस हैकिंग भी WWW का नुकसान है।
- ज्यादा जानकारी ऑनलाइन उपलब्ध होने पर उसके और पहचान चोरी होने का खतरा रहता है।
- वायरस और मैलवेयर जैसी चीज़ें भी जानकारी शेयर करते वक़्त शामिल होने से डिवाइस में से डाटा के चोरी होने का खतरा रहता है।
- झूठी अफवाह ख़बरें फैलने की और कुकी आदि के द्वारा स्पैम की संभावना रहती है।
- ज्यादा जानकारी के चलते सर्च धीमा हो सकता है और यूजर की अधिक संख्या के कारण इंटरनेट पर भी दवाब बढ़ रहा है आदि।
वर्ल्ड वाइड वेब के उपयोग – Uses Of World Wide Web In Hindi
WWW का उपयोग हम लगभग हर Field में देख सकते हैं। WWW के कुछ Uses निम्न हैं –
- Website – हम वेबसाइट का इस्तेमाल कई तरह के वेब रिसोर्स के लिए वेब पेज बनाकर कर सकते हैं। जिन्हें सिंगल डोमेन नाम के जरिये कहीं से भी एक्सेस किया जा सकता है।
- Selling Online – अपनी Services या Products को ऑनलाइन बेचा जा सकता है। जिससे ग्राहकों की मांग भी पूरी होती है।
- Videos & Music – वेब और इंटरनेट की वजह से आज इंटरनेट पर आज कई विडियो और म्यूजिक प्लेटफार्म उपलब्ध हैं।
- Educational Content – ऑनलाइन आज अनेकों Sources के माध्यम से हमें शिक्षा सामग्री उपलब्ध हो जाती है।
- News – देश दुनिया की हर खबर सभी तक प्रसारित होती है जिसके लिए कई ऑनलाइन चैनल उपलब्ध हैं।
- Online Banking & Payment – ऑनलाइन बैंक की सुविधाओं का लाभ उठाना और कहीं भी आसानी से पेमेंट करना भी WWW + इंटरनेट से संभव हुआ है।
- Advertisement – विज्ञापन के लिए भी ऑनलाइन एक नवीन बढ़िया जरिया है जिससे Invester और Publisher दोनों का फायदा होता है।
- Communication – टेक्स्ट चैट के अलावा चाहे मल्टीमीडिया शेयरिंग हो या चाहे विडियो कॉल जैसी सुविधा ये सब WWW के बाद ही संभव हुई है।
- बिज़नस में WWW का Use Branding, Marketing, Advertising, Online Shop (E-commerce), Business Communication, Product/Service Representation, Payment Methods और अन्य बिज़नस के साथ Collaborate करने में किया सकता है।
वर्ल्ड वाइड वेब के प्रकार – Types Of World Wide Web In Hindi
वैसे तो मुख्यतः WWW के दो ही प्रकार है – Surface Web और Deep Web (जिसमें Darknet में DarkWeb शामिल है) लेकिन वर्ल्ड वाइड वेब का जिक्र होते ही चार नाम सामने आते हैं। तो World Wide Web को हम चार भागों में बाँट सकते हैं, जो निम्न हैं –
- Surface Web (Indexed Web, Visible Web, Indexable Web और Lightnet के नाम से भी जाना जाता है)
- Deep Web (Unindexed Web, Invisible Web, Unindexable Web और Hidden Web के नाम से भी जाना जाता है)
- DarkNet (UnderBelly Of Internet के नाम से भी जाना जाता है)
- Dark Web (Black Dark Web या Black Web और illegal Web के नाम से जाना जाता है)
Surface Web क्या है ? – What Is Surface Web In Hindi
Surface यानि सतही वेब को Indexed, Indexable, Visible और Lightnet Web के नाम से जाना जाता है।
Surface Web वर्ल्ड वाइड वेब का वो तक़रीबन 4% हिस्सा है जो सभी के लिए Available और Search Engines (गूगल, याहू, बिंग आदि) के द्वारा Indexable होता है।
इस जानकारी को कोई भी यूजर किसी भी ब्राउज़र से बिना रोकटोक के Access कर सकता है। इसमें Access के लिए सीमायें न के बराबर या नहीं ही होती है।
Deep Web क्या है – What Is Deep Web In Hindi
Deep यानि गहरी वेब को Unindexed, Unindexable, Hidden और Invisible वेब के नाम से जाना जाता है।
Deep Web वर्ल्ड वाइड वेब का लगभग 96% हिस्सा है जो सभी के लिए उपलब्ध नहीं है और न ही Search Engines द्वारा इसे Index किया जाता है।
इसमें अधिकतर Private Server Pages, Paid Subscription Data, Governmental Documents, Secret Researches Documents और कुछ Online Banking जैसी सामग्री पायी जाती है।
इन्हें किसी ख़ास पासवर्ड के जरिये या Payment करके देखा जा सकता है। इन्हें किसी भी ब्राउज़र में Direct लिंक या IP Address के जरिये Access किया जा सकता है।
इसमें गैर कानूनी गतिविधियां बहुत कम होती हैं। Deep Web पर यूजर की आईपी आसानी से ट्रैक की जा सकती है।
Dark Net Web क्या है – What Is Dark Net Web In Hindi
Dark Net यानि काले जाल वेब को Internet का अधोभाग कहा जाता है। ये सर्च इंजन के लिए Indexable नहीं होता है और इसे आम ब्राउज़र के माध्यम से एक्सेस भी नहीं किया जा सकता है।
इसे Deep Web का ही हिस्सा कह सकते हैं लेकिन ये उससे विपरीत और Encrypted Network है। इसमें बड़े पैमाने पर गैर कानूनी गतिविधियाँ (तस्करी, अवैध काम, साइबर क्राइम और हैकिंग आदि ढेरों) होती हैं।
इसमें P2P (Person To Person) या F2F (Friend To Friend) तथा Tor GNUNet, I2P, Freenet, RetroShare, OnSwarm, DN42 आदि नेटवर्क का भी इस्तेमाल होता है।
इसे Tor जैसे Browser से एक्सेस किया जाता है। इसमें User की IP आसानी से या नहीं ही ट्रैक होती है और अनाम एक्सेस (Anonymous Access) मिलता है।
Dark Web क्या है – What Is Dark Web In Hindi
Dark यानि काली वेब को इंटरनेट की काली दुनिया, illegal, और Black Web या Black Dark Web के नाम से जाना जाता है।
डार्क वेब Darknet की/पर वेबसाइट का समूह है। Dark Net और Dark Web आपस में जुड़े हुए हैं।
चूकिं ये दोनों आपस में Connected हैं तो इसे भी Tor के जरिये एक्सेस किया जा सकता है और Dark Web की वेबसाइट पर गैर-कानूनी गतिविधियों को अंजाम दिया जाता है।
ये भी एक आम यूजर और सर्च इंजन की पहुँच से दूर है। Dark Net एक Network Type है और Dark Web Darknet पर वेबसाइट का संग्रह।
Internet Vs World Wide Web – दोनों में क्या है अंतर ?
जैसा कि हमने पहले भी जाना कि इंटरनेट और वर्ल्ड वाइड वेब में अंतर है, दोनों एक नहीं है।
इंटरनेट Information वितरित करने का जरिया है और WWW Information का संग्रह। इंटरनेट नहीं तो जानकारी का वितरण नहीं होगा।
तो बिना इंटरनेट वर्ल्ड वाइड वेब अस्तित्वहीन है। सीधी-सी बात ये है कि इंटरनेट की Cables के जरिये वेब की Information को इसके गंतव्य तक पहुँचाया जाता है।
इंटरनेट और WWW के अंतर को और भी अच्छी तरह से समझाने में टेबल महोदया हमारी सहायता करेंगीं, टेबल महोदया ! आइये –
Internet | WWW – World Wide Web |
इंटरनेट नेटवर्कों का वैश्विक जाल है। | WWW का मतलब World Wide Web (विश्व व्यापी वेब) है। |
इंटरनेट एक कंप्यूटर को दुनिया के किसी भी कंप्यूटर से जोड़ने का जरिया है। | वर्ल्ड वाइड वेब जानकारियों का समूह है। |
इंटरनेट की खोज 1960 तक हो गयी थी। | वर्ल्ड वाइड वेब की खोज टिम बरनर्स ली ने 1989-90 में की। |
इंटरनेट एक Hardware है। | वर्ल्ड वाइड वेब एक Software है। |
Internet वर्ल्ड वाइड वेब का Superset है। | WWW इंटरनेट का Subset है। |
इंटरनेट बिना WWW के चल सकता है। | WWW बिना इंटरनेट के नहीं चल सकता है। |
इंटरनेट चलने के लिए WWW पर निर्भर नहीं है। | WWW चलने के लिए इंटरनेट पर निर्भर है। |
इंटरनेट में WWW, Servers, Routers, Wires & Cables, Towers, Bridge और Satelite शामिल होते हैं। | World Wide Web में HTML, HTTP, Hypertext Links, URLs, Web Browser आदि शामिल होते हैं। |
Internet IP Address का इस्तेमाल करता है। | वेब HTTP का इस्तेमाल करता है। |
Internet के पहले Version को ARPANET कहा जाता था। | वर्ल्ड वाइड वेब का शुरूआती नाम NSFNET हुआ करता था। |
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न – FAQs
WWW यानि वर्ल्ड वाइड वेब के बारे में आपके कुछ सवाल हो सकते हैं जिनका जवाब हम यहीं देख लेते हैं। लेख में से भी कुछ प्रश्न है ताकि आपको एक Summary भी FAQs के साथ-साथ मिल जाये।
वर्ल्ड वाइड वेब के जनक कौन हैं या वर्ल्ड वाइड वेब का अविष्कार किसने किया ?
World Wide Web के जनक और आविष्कारक Tim Berners ली थे जिन्होंने 1989-90 में WWW का अविष्कार किया था।
वर्ल्ड वाइड वेब के फायदे और नुकसान क्या हैं ?
हमें ऊपर लेख में वर्ल्ड वाइड के फायदे और नुकसान के बारे में विस्तार से जाना है। फायदों में जानकारी का कहीं से भी Access और नुकसान में हैकिंग आदि शामिल हैं।
क्या अब वेब पेज के URL में WWW लिखना जरुरी है ?
नहीं, पहले की भांति अब यूआरएल में WWW लिखना आवश्यक नहीं है। वेबसाइट को उसके Domain Name से Direct ओपन किया जा सकता है।
WWW का विस्तारित रूप (Full Form) क्या है ?
WWW की फुल फॉर्म World Wide Web – विश्व व्यापी वेब है।
वर्तमान में WWW का मालिक कौन है ?
वर्तमान समय में एक Tech Startup “Inrupt.com” (जिसके Co-Founder Berners Lee थे) WWW को Deliver करने के साथ-साथ Develope और Promote करती है।
वर्ल्ड वाइड वेब का नामांकित चित्र की सहायता से समझाइए ?
ब्राउज़र Specific वेब पेज के लिए टाइप किये हुए यूआरएल से HTTP के जरिये Web Server को Request भेजता है और फिर वेब सर्वर HTTP के जरिये ही उस HTML वेबपेज को ब्राउज़र पर भेजता है और ब्राउज़र वो पेज आपको दिखाता है।
निष्कर्ष
आज के लेख ‘WWW क्या है – Hindi में’ का सफ़र यहीं ख़तम होता है। WWW का यान सफ़लतापूर्वक लैंड कर चुका है। तो अब आप अपनी पेटियां खोल सकते हैं। 😅
आपका Dark Web या Dark Net के बारे में क्या ख्याल है ? कमेंट में जरुर लिखें। कमेंट में हम चर्चा करेंगें। 🙃
बाकि अगर कुछ रह गया हो तो वो भी हमे बतावें ताकि अगले सुधार अपडेट में हम उसे भी इस लेख में शामिल कर लें।